अकरासिया (Akrasia in Hindi)

अकरासिया

Couch potatoe

बहुत बार हम जानते हैं कि हम किसी विशेष प्रकार के व्यवहार में संलग्न होना चाहिए, लेकिन इसके बजाय सक्रियता या निष्क्रियता से हम उसे ना करने का चुनाव करते हैं, और इसलिए हम कर्म करते हैं या आलसी बन जाते हैं । ग्रीक भाषा में इसके लिए एक शब्द है: अकरासिया । इसका अर्थ है ‘ प्रभूत्व की कमी’ या ‘ कमज़ोर इच्छाशक्ति’ । अकरासिया की व्याख्या स्वनियंत्रण की कमी के रूप में की गई है या स्वयं की बेहतर परख शक्ति के प्रतिकूल कार्य करना ।

हम सभी ने इस प्रकार के टाल-मटोल करने का अनुभव किया है । हममें कुछ अच्छा करने की पूरी मंशा है परन्तु हम उसे टालते रहते हैं और कुछ और कर देते हैं! यूनान के दार्शनिक सोकरेट्स बहुत शुद्ध रूप से पूछते हैं कि जब किसी ने परख लिया कि कर्म ‘अ’ बहुत बेहतर है फिर कोई ‘अ’ के सिवाय कोई दूसरा कर्म क्यूँ करेगा? सोकरेट्स के अनुसार कोई भी मुनष्य अपनी इच्छा से अपनी बेहतर परख शक्ति के खिलाफ या अधमतापूर्वक कार्य नहीं करता; जो कुछ सबसे बेहतर है उसके विरोध में कार्य करना केवल तथ्यों से अनभिज्ञ होने या क्या सबसे बेहतर है उसका ज्ञान न होने का परिणाम है ।

सोकरेट्स ठीक कह गया था । अकरासिया, या इसे आलस, निष्क्रियता, मंदता भी कह सकते हैं, जितना हम सोचते हैं उससे कहीं अधिक जटिल है । अक्सर हम मानते हैं कि करने की क्षमता होते हुए भी क्रिया को करने की और झुकाव ना होना । किसी में कर सकने की शक्ति है लेकिन उसे लागू करने में निष्क्रियता है ।

sleeping on couch

फिर भी, अगर हम सिक्के को पलटते हैं तो हम देखेंगे कि कहानी का वास्तव में एक दूसरा पहलू भी है । शायद अकरासिया या आलस अज्ञान होने के कारण, तथ्यों को न जानने के कारण, पर्याप्त प्रेरित नहीं है और अगर नहीं तो जो सवाल पूछना अनिवार्य है वह है क्यों नहीं?

अगर कोई मनुष्य बिस्तर में बीमार हो या शारीरिक रूप से अपंग हो हमें उससे समान अपेक्षा नहीं होगी । अत: अकरासिया क्षमता की कमी नहीं है बल्कि उत्सुकता और रूचि से कार्य न करने की कमी है ।

life is short

अगर किसी को गर्मी की छुट्टियों में जाने के लिए सुबह 4 बजे हवाई जहाज़ लेनी है तो वह न केवल अपनी नींद का त्याग करेगा बल्कि हवाई अड्डे पर भी बेचैन रहेगा । नींद का त्याग करने के लिए यह प्रेरणा बहुत प्रबल उदाहरण है । इसी प्रकार, जो कुछ हम करना चाहते हैं वह क्यों नहीं कर पा रहे हैं? प्रेरणा को ढूँढें । आपको वह कार्य करने के लिए क्या प्रेरित करेगा? आपके क्या प्राप्ति होगी? फायदों को समझें ।

एरीस्टोटल के लिए अकरासिया के विपरीत है एनकराटिया जिसका अर्थ है ‘अपनी शक्ति में स्थित होना’ (स्वयं के उपर) । एरीस्टोटल को विश्वास था कि हमारे कर्म हमारी मान्यतायों पर आधारित होते हैं । अगर कोई मनुष्य समझता है कि ‘अ’ ‘ब’ से बेहतर है तो वह ‘ब’ से अधिक ‘अ’ करना चाहेगा । अगर वह ‘ब’ से अधिक ‘अ’ करना चाहता है तो वह ‘ब’ की अपेक्षा ‘अ’ ही करेगा । वह अपनी बेहतरीन परख शक्ति के विपरीत कार्य करेगा, उस कर्म को मान्यता का परिणाम बना देगा न कि सूझ-बूझ का ।

Rumble

प्रयास-प्रेरणा समीकरण के अनुसार हम किसी भी कार्य के लिए हम उतना ही प्रयास करेंगे जिससे हमें अपने लक्ष्य प्राप्ति की प्रेरणा मिले । भोजन पकाना उन कार्यों में से एक है । यदि आप उत्साही रसोईए नहीं हैं तो आप रसोईघर में जब तक ही खड़े रहेंगे जब तक कि साधारण भोजन पक नहीं जाता । इसलिए किसी भी कार्य के परिणाम को यह निर्धारित करेगा कि लक्ष्य कितना महत्वपूर्ण है और उसे पाने के लिए हम कितने प्रेरित हैं ।

अकरासिया शक्ति की कमी के कारण भी हो सकता है । अक्सर हम जानते हैं कि क्या सही है; फिर भी उसे कर्म में लाने की शक्ति हममें कम होती है । क्या करना है और क्यों करना है यह जानने से शक्ति आती है । हम इसे उद्देश्य कहते हैं ।

अपने उद्देश्य को जानने से, अपनी इच्छा शक्ति को प्रयोग करने से और दृढ़ संकल्प उत्पन्न करने से शक्ति मिलती है । अच्छी सेहत और दुरूस्ती पर ध्यान एकाग्र करना एक अच्छा उद्देश्य होगा ।

exercise

प्रेरित होने के लिए दूसरा निर्धारक है कि हम कितने ऊर्जावान हैं । अगर अभी अभी हमने ए‍क मैराथन दौड़ी है तो घर की सफाई करने का मन नहीं करेगा! ऐसी स्थिति में, अगर हम अपने लिऐ समय निकालते हैं तो ऐसा करने में हम में अपराध भाव नहीं आना चाहिये, हमें इसे अपने पुरूषार्थ के ईनाम के रूप में देखना चाहिये, और भविष्य में और अधिक उत्साहित होकर उसमें से उभर कर आना है । छुट्टी लेना, अंतराल या रिट्रीट पर जाने को आलस नहीं समझा जाऐगा । असल में, यह हमें पीछे हट कर अपने जीवन के बारे में सोच-विचार करने का और अपने जीवन की दिशा निर्धारित करने मौका देता है, जैसा कि भूतकाल में कमज़ोर होती हुई सेनाओं ने किया है ।

अब समय है… अकरासिया से एनकराटिया में जाने का । यह जानना कि वास्तव में क्या सही है और उसे वास्तव में करने के लिये सही प्रेरणा को ढूँढना । इस प्रकार हम आलस और मंदता को दूर कर देते हैं और एक उद्देश्य के साथ जीते हैं ।

© ‘It’s Time…’ by Aruna Ladva, BK Publications London, UK

 

Audio of Akrasia in English (Music by Chinmaya Dunster – New Moon)

 

Now take a few moments and try out a short Meditation (Music by Chinmaya Dunster – New Moon)

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